साहसिक खेलों में दक्ष देहरादून, उत्तराखंड के पर्वतारोही अंकित कुमार भारती ने आज 9 फरवरी को साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची दुर्गम चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराकर उत्तराखंड व भारत का नाम रोशन किया
अंकित ने इस दुर्गम चोटी पर फहराया तिरंगा, उत्तराखंड और भारत का नाम किया रोशन; देहरादून, ब्यूरो। किलिमंजारो अपने तीन ज्वालामुखीय शंकु कीबो, मवेंजी और शिरा के साथ पूर्वोत्तर तंजानिया में एक निष्क्रिय स्ट्रेटो ज्वालामुखी है और अफ्रीका का उच्चतम पर्वत है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 19341 फिट है।
किलिमंजारो पर्वत दुनिया का सबसे ऊंचा मुक्त खड़ा पर्वत है और साथ ही साथ विश्व का चौथा सबसे उभरा पर्वत है।
अंकित भारती का इस दुर्गम शिखर को फतह करने का मुख्य उद्देश्य तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित दिवंगत पर्वतारोही शहीद सविता कंसवाल को श्रद्धांजलि प्रदान करना तथा दूसरा उद्देश्य भारत के युवाओं को संदेश देना है कि विपरीत परिस्थितियों में हिम्मत हारे बिना असंभव लक्ष्यों को कैसे संभव बनाया जा सकता है।
ज्ञात हो कि 2022 में साहसिक खेल करते हुए अंकित भारती के कूल्हे में चोट की वजह से स्टील रॉड डाली गई, इसके बावजूद उन्होंने पर्वतारोहण नहीं छोड़ा तथा इस आरोहण के संपन्न होने से मैटल रोड के साथ किलिमंजारो चोटी को फतह करने वाले पहले भारतीय पर्वतारोही बने।
अंकित कुमार 2019 में बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स व 2021 में एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स, नेहरू इंस्टीट्यूट आफ माउंटेनियरिंग से ए ग्रेड के साथ पूर्ण किया।
अंकित भारती उत्तराखंड एथलेटिक्स संघ में टेक्निकल कमेटी के सदस्य भी हैं। उनके अभियान की शुरुआत माननीय कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी जी द्वारा अंकित भारती को तिरंगा देकर की।
उनकी इस उपलब्धि पर सात बार माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाले बी एस एफ में डिप्टी कमांडेंट पदम श्री से सम्मनित श्री नवराज सिंह, तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती रीना कोशल धर्मशक्तु, उत्तराखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संदीप शर्मा, सचिव श्री के जे एस कलसी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री जितेंद्र सिंह नेगी, अंतरराष्ट्रीय एथलीट श्री प्रीतम बिंद, अंतर्राष्ट्रीय कोच श्री गुरुफूल सिंह, बलूनी क्लासेज के अध्यक्ष श्री विपिन बलूनी, श्री आर एस राणा, श्री अवतार सिंह, श्री नीरज शर्मा, श्री सविंदर सिंह ने बहुत-बहुत बधाइयां दी।