
रुद्रप्रयाग का यह युवा बना सेना में लेफ्टिनेंट : दादा और पिता के बाद तीसरी पीढ़ी के जाम्बाज पोते ने ली देश रक्षा की शपथ
देहरादून, 6 सितम्बर 2025, ब्यूरो। वीरों की धरती उत्तराखंड में लगातार युवाओं में आर्मी ज्वाइन करने का क्रेज रहा है। कई बार यह क्रेज पीढ़ी दर पीढ़ी परंपरा की तरह भी आगे बढ़ता देखा जा रहा है। जी, हां हम बात कर रहे हैं एक ऐसे ही युवा की जिसके दादा, पिता सेना में सर्विस दे चुके हैं और अब पोते ने भी आर्मी ज्वाइन कर ली है। वह तीसरी पीढ़ी के हैं और अब वह सेना में लेफ्टिनेंट के तौर पर शपथ ले रहे हैं। दरअसल, आज शनिवार को रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ तहसील के ग्राम कुहेड़ परकण्डी के मूल निवासी सौरभ भंडारी ने सेना में लेफ्टिनेंट बन गांव और परिवार का नाम रोशन किया है। सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले सौरभ शनिवार को (आज) ओटीए गया में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद सेना में अफसर बने हैं। उनका परिवार वर्तमान में राजधानी दून में रहता है।
सौरभ के दादा शिशुपाल सिंह भंडारी (स्व.) और पिता दरबान सिंह भंडारी भी सेना में सेवा दे चुके हैं। सौरभ ने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा कुहेड़, क्यार्क गांव के प्राइमरी स्कूल में हुई।
After grandfather and father, this brave grandson took the oath to protect the country and became a lieutenant in the army
उसके बाद 12वीं तक की शिक्षा देहरादून के कैम्ब्रियन हॉल स्कूल से पूरी की। यूपीईएस से बीटेक करने के बाद वह दो साल बंगलुरू में साॅफ्टवेयर इंजीनियर रहे। सीडीएस परीक्षा पास करने के बाद वर्ष 2024 में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) ज्वाइन की।
बताया कि उनके पिता दरबान सिंह भंडारी 5वीं गढ़वाल राइफल्स से सूबेदार मेजर/ऑनरेरी कैप्टन पद से सेवानिवृत्त हुए। उनकी माता सुलोचना भंडारी गृहिणी हैं।
This youth from Rudraprayag became a lieutenant in the army: After grandfather and father, the brave grandson of the third generation took the oath to protect the country
जबकि छोटा भाई गौरव भंडारी बंगलुरू में साॅफ्टवेयर इंजीनियर है। उनका परिवार देहरादून के विलासपुर कांडली घंघोडा गढ़ी कैंट में रहता है। सौरभ की दादी रैजादेवी भंडारी ने गांव में मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की। ताऊ महेंद्र सिंह भंडारी, चाचा रविंद्र सिंह भंडारी आदि ने सौरभ के सेना में अफसर बनने पर खुशी जताई है।