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मणिकांत मिश्रा, कमान्डेंट SDRF ने सिलक्यारा टनल में ऑन ग्राउंड सम्भाली राहत एवं बचाव कार्यों की कमान
उत्तरकाशी में टनल धंसने से फंसे 40 लोग सकुशल, ऐसे पहुंचाई खाद्य सामग्री; ऐसे हुई फंसे लोगों से बात
देहरादून/उत्तरकाशी, ब्यूरो। उत्तरकाशी जनपद के सिल्कयारा बैंड और पौल गांव तक बन रही सुरंग के 1 दिन पहले टनल में धंसाव के बाद फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं और कम से कम तीन दिन सभी को सुरक्षित बाहर निकालने की पूरी उम्मीद बताई जा रही है।
इस संबंध में यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल का कहना है कि निर्माणाधीन टनल का कार्य कर रही कंपनी के अधिकारियों से हुई वार्ता के अनुसार टनल का हिस्सा जहां पर दशा है वहां से करीब 2200 मीटर आगे लोग फंसे हुए हैं। आज पाइप लाइन के माध्यम से खाने का कुछ सामान अंदर तक भी पंहुचाया गया है और टनल में फंसे सभी लोग अभी तक सुरक्षित बताए जा रहे हैं। भगदड़ में कुछ लोगों के जख्मी बताए जा रहे हैं। टनल में धंसाव शुरुआत में ही 200 मीटर तक की रेंज में हुआ है। 3 दिन तक रेस्क्यू चलाने के बाद सभी की जान बचने की पूरी पूरी कोशिश जारी है। विधायक संजय अग्रवाल के अनुसार सुरंग का करीब 60 मीटर हिस्सा धंसा हुआ है।
आपको बता दें कि उत्तरकाशी के ब्रह्मखाल बड़कोट के बीच सुरंग धंसने के बाद 40 व्यक्तियों के फंसने के कारण गतिमान SDRF के राहत एवं बचाव अभियान का कमान्डेंट SDRF, मणिकांत मिश्रा द्वारा मौके पर पहुँचकर जायज़ा लिया गया। उनके द्वारा घटनास्थल पर SDRF टीमों को शीघ्रता से राहत एवं बचाव कार्यों को करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए। उनके कुशल नेतृत्व में राहत एवं बचाव कार्य और प्रभावी तौर पर किये जा रहे है। वहीं दूसरी ओर इस संबंध में यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल का कहना है कि निर्माणाधीन टनल का कार्य कर रही कंपनी के अधिकारियों से हुई वार्ता के अनुसार टनल का हिस्सा जहां पर दशा है वहां से करीब 2200 मीटर आगे लोग फंसे हुए हैं। आज पाइप के माध्यम से वॉकी टॉकी और खाने का कुछ सामान अंदर तक भी पंहुचाया गया है और टनल में फंसे सभी लोग अभी तक सुरक्षित बताए जा रहे हैं। भगदड़ में कुछ लोगों के जख्मी होने की सूचना अभी तक है। जबकि टनल में धंसाव शुरुआत में ही 200 मीटर तक की रेंज में हुआ है। 3 दिन तक रेस्क्यू चलाने के बाद सभी की जान बचने की पूरी पूरी कोशिश जारी है।
आपको बता दें कि कल प्रातःकाल ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन टनल का एक हिस्सा (सिलक्यारा की तरफ) अचानक टूट गया था। जिसमें 40 मजदूर अन्दर फंसे होने की आशंका जताई गई थी। घटना की जानकरी मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर, आपातकालीन 108 व निर्माणाधीन टनल में कार्यदायी संस्था की मशीनरी मौके पर पहुंचकर बोरवेलिंग व टनल खुलवाने का कार्य करने में जुट गई थी।
सेनानायक SDRF द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि SDRF की रेस्क्यू टीमें कल से ही टनल में राहत एवं बचाव कार्यों को समर्पित होकर कर रही है। फंसे हुए लोगों की हर तरीके से सहायता की जा रही है। SDRF टीमें मौके पर कड़ी नजर बनाये हुए है। सुरंग में फंसे लोगों को शीघ्रातिशीघ्र रेस्क्यू करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन गतिमान है।