
धराली आपदा के कारण गंगोत्री में फंसे तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू जारी, MI-17, चिनूक और हैली से पहुंचाया जा रहा सुरक्षित
- धराली आपदा: यात्रियों को MI-17, चिनूक और हैली से सुरक्षित पहुंचाया जा रहा मातली, चिन्यालीसौड़ और जौलीग्रांट
मुख्यमंत्री के निर्देश, आपदा राहत कार्यो में तत्परता से जुटी है देहरादून जिला प्रशासन की टीम
जौलीग्रांट ग्रांट से धराली पहुंचायी जा रही हैवी मशीनरी राहत सामग्री और जरूरी संसाधन
उत्तरकाशी के धराली में 05 अगस्त की भीषण आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर लगातार जारी है। मा. मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन में धराली आपदा के कारण गंगोत्री क्षेत्र से तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। तीर्थयात्रियों को चिनूक, MI-17 और हैलीकॉप्टर से मातली, चिन्यालीसौड़, सहस्रधारा और जौलीग्रांट लाने के बाद सुरक्षित उनके गंतव्यों के लिए भेजा जा रहा है।
जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम तत्परता के साथ राहत कार्यो में जुटी है। रेस्क्यू कार्यो के लिए सभी आवश्यक संशाधनों को धराली भेजा जा रहा है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से आज चिनूक और MI-17 हैलीकॉप्टर द्वारा जेनसेट, डीजल, साइलेंसर, केवल, रिलायंस जिओ टावर सामग्री, ड्राई एवं फ्रेस राशन, फूड पैकेट्स, वेजिटेबल आदि सामग्री धराली भेजी गई। जरूरत पडने पर मोडिफाइड ब्रिज और वर्मा ब्रिज पहुंचाने की तैयारी है।
धराली आपदा: गंगोत्री में फंसे तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू जारी, MI-17, चिनूक और हैली से पहुंचाया जा रहा सुरक्षित जगह
घाटी में कम्युनिकेशन व्यवस्था वहाल करने के लिए शुक्रवार को जिओ टावर की सामग्री के साथ आपरेटर्स की टीम भेजी गई है। हलांकि खराब मौसम के कारण जौलीग्रांट में हैलीकॉप्टरों को उडान भरने के लिए काफी इतंजार करना पडा। मौसम साफ होने पर जौलीग्रांट से जरूरी रेस्क्यू सामग्री और रसद भेजी गई।
Dharali disaster: Passengers are being safely evacuated to Matli, Chinyalisaur and Jollygrant by MI-17, Chinook and Heli
इस दौरान जौलीग्रांट में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसडीएम अपर्णा ढौंढियाल एवं विभिन्न व्यवस्थाओं से जुडे नोडल अधिकारी मौजूद थे।